जम्मू-कश्मीर में हुए बड़े आतंकी हमले में हिमाचल प्रदेश के ज्वाली विधानसभा क्षेत्र की नाणा पंचायत के धेवा गांव के वीर जवान तिलक राज की शहादत के बाद गांव गम और आंसुओं के सैलाब में डूब गया। 15 दिन का मासूम बेटा बिलख रहा है। मां और पत्नी बेसुध हो गई हैं। पूरा परिवार सदमे में है। घर में लोग ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं।
प्रशासन और कई लोगों के फोन आने तथा सोशल मीडिया पर पोस्ट देखने के बाद लोगों को अपने गांव के शहीद होने की बात पता चलने लगी। हालांकि, जब यह खबर गांव के लोगों को पता चल रही थी, तब शहीद का परिवार सो चुका था।
शहादत की बात पता चलने पर गांव के कुछ लोग शहीद के घर पर पहुंचे। माहौल गमगीन था। शहीद के घर पर पहुंचे वार्ड पंच अफसर सिंह ने बताया कि शहीद तिलक राज 11 फरवरी को ही घर से छुट्टी काट कर गया था। तिलक राज के घर अभी 15 दिन पहले ही पुत्र ने जन्म लिया है।
तिलक राज का एक दो साल का लड़का भी है। उसका नाम वन्नू है। बताया जा रहा है कि तिलक का परिवार शाहपुर के धारकंडी की रुलेहड़ पंचायत के बतूनी गांव का रहने वाला था। कुछ साल पहले ही उन्होंने ज्वाली के धेवा गांव में नए घर में शिफ्ट किया था।
शहादत की खबर लगते ही पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया है। तिलक राज के पिता लायक राम खेतीबाड़ी करते हैं। बड़ा भाई नौकरी करता है। तिलक गद्दी सुमदाय से संबंध रखते थे।