Polling in Himachal Pradesh today: Total 53 lakh 30 thousand voters will cast their vote
- हिमाचल की 4 सीटों के लिए 45 उम्मीदवार चुनाव मैदान में
- प्रदेश में सुरक्षा बलों की 47 कंपनियां तैनात की गई हैं
शिमला. हिमाचल प्रदेश की सभी 4 लोकसभा सीटों (शिमला, मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा) के लिए सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया है। सभी पार्टियों और निर्दलीय मिलाकर कुल 45 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कुल 53 लाख 30 हजार वोटर्स राज्य में मतदान करेंगे। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होगा। प्रदेश में कुल 7730 पोलिंग बूथ बने हैं, इनमें से 373 अति संवेदनशील हैं। विश्व का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ लाहोल स्पिति के टशीगंग में 12 हजार 256 फीट की ऊंचाई पर स्थापित है।
प्रदेश में सुरक्षा बलों की 47 कंपनियां तैनात की गई हैं। अति संवेदनशील केंद्रों पर केंद्रीय बलों के अलावा दूसरे राज्यों के पुलिस बल और सामान्य मतदान केंद्रों पर होमगार्ड भी तैनात रहेंगे। वहीं, प्रदेश पुलिस के 10 हजार 915 अधिकारी और हरियाणा, हिमालव व उत्तराखंड से कुल 9200 होमगार्ड तैनात हैं।
हमीरपुर
हमीरपुर सीट से तीन बार से सांसद अनुराग ठाकुर और कांग्रेस के रामलाल ठाकुर के बीच मुख्य मुकाबला है। रामलाल ठाकुर ने 1985 में पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता और फिर 1993 से लगातार तीन बार चुने गए। दो बार राज्य सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे। फिलहाल राम लाल बिलासपुर जिले के श्री नैना देवी से एमएलए हैं, तीन बार लोकसभा चुनाव हार चुके हैं।
कांगड़ा
कांगड़ा लोकसभा सीट पर धर्मशाला से एमएलए व मौजूदा राज्य सरकार में मंत्री किशन कपूर और कांगड़ा से एमएलए पवन काजल के बीच मुख्य मुकाबला है। खास बात ये है कि दोनों ही पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। प्रदेश के तीसरे मुख्यमंत्री, केंद्र सरकार में मंत्री और चार बार लोकसभा में चुने गए वरिष्ठ नेता शांता कुमार के किशन कपूर बेहद करीबी माने जाते हैं और उन्हीं की सिफारिश पर किशन कपूर को टिकट मिला।
शिमला
शिमला लोकसभा सीट में इस बार मुकाबला दो बार पच्छाद से एमएलए रह चुने गए भाजपा प्रत्याशी सुरेश कुमार कश्यप और सोलन से एमएलए, दो बार लोकसभा में चुने गए और हिमाचल प्रदेश कैबिनेट में चुने गए सेना के रिटायर्ड कर्नल धनी राम शांडिल्य के बीच है।
मंडी
मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा और भाजपा प्रत्याशी राम स्वरूप शर्मा के बीच मुकाबला है। आश्रय शर्मा जयराम सरकार में मंत्री रह चुके अनिल शर्मा के बेटे और पंडित सुखराम के पोते हैं। वह पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि राम स्वरूप मौजूदा सांसद हैं और दूसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।