Outsource Employees Of Himachal Will Protest In Shimla Along With Family
देेश आउट सोर्स कर्मचारियों महासंघ ने सरकार पर शोषण करने का आरोप लगाया है। महासंघ ने कहा कि प्रदेश के वार्षिक बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है लेकिन प्रदेश के हजारों आउटसोर्स कर्मियों की उपेक्षा की गई है।
सरकार से पूछा गया है कि पीटीए शिक्षकों की तर्ज पर आउटसोर्स कर्मचारियों को बराबर काम का बराबर वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा? सरकार को धमकी दी गई है कि अगर आउट सोर्स कर्मचारियों के साथ आर्थिक न्याय नहीं किया तो ये कर्मचारी अपने परिवारों के साथ सड़कों पर उतरेंगे।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र पंडित ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बजट में आउट सोर्स कर्मचारियों के आर्थिक हितों की कोई रक्षा नहीं की। सरकार आउट सोर्स कर्मचारियों का शोषण बंद करे।
जब सरकार ने बजट में हर वर्ग के कर्मचारियों को वित्तीय लाभ पहुंचाया है तो फिर सरकार ने आउट सोर्स कर्मियों को इससे वंचित क्यों रखा गया। उन्होंने सरकार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया है।