सरकार ने हिमाचल में 500 टैक्सी परमिट जारी किए हैं। परिवहन विभाग की एसटीए की बैठक में परमिट जारी करने का फैसला लिया गया। हर जिले को 30 से 50 परमिट दिए गए। सरकार के इस फैसले से हिमाचल के बेरोजगार युवा टैक्सी चलाकर अपना रोजगार कमा सकेंगे। राजधानी शिमला को छोड़कर तीन बस रूट परमिट भी जारी किए गए हैं।
हिमाचल में बीते साल से परमिट बंद थे। इसका कारण एसटीए की बैठक न होना था। परिवहन विभाग के पास बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, हमीरपुर, सिरमौर, शिमला, सोलन और ऊना आरटीओ दफ्तर से परमिट को लेकर फाइलें आई थीं। एक साथ सभी परमिट को मंजूरी दी गई।
विभाग का मानना है कि कुछ रूट हिमाचल में ही टैक्सी चलाने को दिए गए हैं, जबकि कई रूट आल इंडिया परमिट के भी हैं। जयराम सरकार समय-समय पर बेरोजगारों को रोजगार देने की बात करती रही है। परमिट में भी बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। परिवहन विभाग के निदेशक कैप्टन जेएम पठानिया ने बताया कि विभाग के पास जो परमिट के लिए फाइल आई थी, उसे स्वीकृत किया गया है। सैकड़ों युवा अपना कारोबार कर सकेंगे।
तीन दिन फील्ड में रहेंगे आरटीओ
परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों के खिलाफ सख्ती कर दी है। अगर हिमाचल में कोई वाहन मालिक टैक्सी नंबर लिए बगैर सवारियां उठाता है तो मालिक के साथ-साथ आरटीओ के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। विभाग ने सभी आरटीओ को निर्देश दिए हैं कि वे सप्ताह में तीन दिन फील्ड में तैनात रहकर गाड़ियों की जांच करें। परिवहन विभाग निदेशालय से यह ऑर्डर जारी हुए हैं।